मिशन कुलदेवी
हिन्दू धर्म की आस्था में महत्त्वपूर्ण स्थान रखने वाली प्रत्येक समाज की कुलदेवियों पर शोध करने के लिए ”संस्कृत शिक्षा, राजस्थान” के पूर्व निदेशक डॉ. रामकुमार दाधीच द्वारा ‘मिशन कुलदेवी’ नामक इस शोध कार्य की नींव सन् 2008 में डाली गई है। ‘ मिशन कुलदेवी ‘ एक शोध-परियोजना है। इसके प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
1. सब समाजों की कुलदेवियों का गोत्रानुसार विवरण संगृहीत कर उसकी समीक्षा करना तथा लोकहितार्थ वेबसाइट पर तथा शोधग्रंथ के रूप में उसे प्रकाशित करना।
2.प्रत्येक कुलदेवी की कथा का प्रकाशन करना।
3. कुलदेवताओं की कथा का स्वतंत्र रूप में प्रकाशन करना।
4.मरुसंस्कृति विश्वकोष परियोजना।
क) शोधग्रंथ: समाज, गोत्र और कुलदेवियाँ
इस ग्रंथ के लिए आधारभूत सामग्री का संग्रह दो पद्धतियों से किया जा रहा है-
प्रथम पद्धति – इस पद्धति में कुलदेवीविषयक प्रकाशित साहित्य का संग्रह किया जा रहा है। यह साहित्य सामान्यत: समाजों के संगठनों या समाजसेवी जनों द्वारा प्रकाशित किया जाता है।
द्वितीय पद्धति – इस पद्धति में सर्वेक्षण-प्रपत्र के द्वारा विवरण संगृहीत किया जा रहा है।
दोनों पद्धतियों से प्राप्त विषयसामग्री की तुलनात्मक समीक्षा कर निष्कर्ष के अनुसार शोधग्रंथ का प्रकाशन किया जाएगा।
ख. कुलदेवीकथामाहात्म्य
यह शोधपूर्ण ग्रंथ शोध छात्रों के उपयोग हेतु अनेक खण्डों में तैयार होगा। प्रथम खंड तैयार हो गया है। इसमें अम्बामाता (अम्बाजी), आशापूरामाता (नाडोल), करणीमाता (देशनोक), कैलामाता (करौली), जीणमाता (जीणधाम), दधिमथीमाता (गोठ-मांगलोद), सच्चियायमाता (ओसियाँ), सुन्धामाता (जालौर), हिंगलाजमाता (फतेहपुर-शेखावाटी) की कथाएँ हैं।
जिन खण्डों का रचनाकार्य जारी है उनकी वर्णानुक्रम से सूची इस प्रकार है-
1. अग्रवाल समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
2. ओसवाल समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
3. कायस्थ समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
4. खण्डेलवाल वैश्य समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
5. गौड़ समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
6. जाट समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
7. भार्गव समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
8. पारीक समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
9. माहेश्वरी समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
10. मैढ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
11. राजवंशों की कुलदेवियों की कथाएँ।
12. विजयवर्गीय समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
13. सारस्वत समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।
14. सिखवाल समाज की कुलदेवियों की कथाएँ।