Mundal Mata Mundiyad Nagaur Temple History in Hindi : नागौर से २५ कि॰मी॰ की दूरी पर स्थित मून्दियाड़ गांव है। इस गांव को महेश्वरियों ने बसाया था। इस गांव में प्राचीन ब्राह्मणी माता का मन्दिर है। इन्हे मून्दड़ों की माता भी कहते हैं। लाल पत्थरों से निर्मित यह मन्दिर शिल्पकला का अनुपम उदाहरण है। मन्दिर के समीप ही लाल पत्थरों से निर्मित ब्र्ह्मा जी की खण्डित प्रतिमा स्थित है। इसलिए अनुमान लगाया जाता है कि यह मन्दिर मूलतः ब्रह्माजी का रहा होगा किन्तु मध्यकाल में मुस्लिम आक्रमणकारियों द्वारा आक्रमण कर इसे खण्डित किये जाने के उपरान्त ब्रह्माजी की पूजा अर्चना बन्द हो गई तथा बाद में स्थापित ब्रह्माणी माता मून्दड़ों की माता के नाम से पूजी जाने लगी। वि॰सं॰ 1925 में ब्राह्मणी माता की नवीन प्रतिमा इस मन्दिर में स्थापित की गई।
सुन्दर प्राकृतिक परिवेश में बना मुन्दल माता का यह मन्दिर बहुत ही आकर्षक, शान्त व मनोहारी है। मन्दिर के बाहर एक तालाब है जिसमें दूर-दूर के पक्षी विहार करने आते हैं।
Mundal Mata ki Jai… Jai ho Mundiyad ki Mundal Mata
1890-1900
me mudiyaad me roopawas ke kothar sambhal ne wale kothari ka parichay history chahilye ,unki kuldevi ka bhi naam chahiye