ब्रह्माणी सप्तमातृका में से एक देवी है। यह देवी ब्रह्मा की शक्ति है। फलौदी ब्रह्माणी माता का मन्दिर नागौर जिले के मेड़ता रोड़ में स्थित है। यह विशाल मन्दिर अत्यन्त शोभनीय है। यहाँ ठहरने व भोजन-प्रसाद की अच्छी व्यवस्था है। मन्दिर तक पहुंचने के लिए जोधपुर,बीकानेर व अजमेर से रेल, बस अथवा स्वयं के वाहन से पहुंचा जा सकता है। इस स्थान का प्राचीन नाम फलवर्द्धिका है। जिससे अपभ्रंश होकर फलौदी बना।
Falaudi Brahmani Mata Video HD
फलौदी ब्रह्माणी माता मंदिर की सम्पूर्ण जानकारी व इतिहास के लिए कृपया इस वीडियो को पूरा देखें –
सप्त मातृकाओं में एक है ब्रह्माणी। ब्रह्मा जो इस जगत के रचनाकार हैं और सृष्टिकर्ता हैं समस्त प्राणियों वनस्पतियों व सभी चल अचल पदार्थों के वह ब्रह्मा भी अपनी जिस शक्ति अर्थात ऊर्जा से चालायमान हैं वह ब्रह्मा की शक्ति है ब्रह्माणी
ब्रह्माणी के चार मुख हैं और छह भुजाएं हैं। ये देवी हंस पर सवार होती हैं। और इनकी अंग कांति पीले वर्ण की है। इन्हीं ब्रह्माणी देवी का जगत में साक्षात्कार करवाता है फलौदी ब्रह्माणी माता का प्रसिद्ध मंदिर।
नागौर जिले में मेड़ता रेलवे स्टेशन से लगभग १-२ किलोमीटर की दूरी पर फलौदी नाम का एक प्राचीन क़स्बा है। यहाँ लगभग ११वीं शताब्दी में बना फलवर्द्धिका देवी का प्राचीन मंदिर है जिससे यह नगर फलौदी कहलाया। यह मंदिर अब ब्रह्माणी माता के मंदिर के नाम से विख्यात है। इस मंदिर का शिखर बहुत ही कलात्मक है। इस मंदिर के स्तम्भों पर की गई बहुत ही सुन्दर कारीगरी दर्शनीय है।
Phalodi Brahmani Mata ki Jai
Phalodi Brahmani Mata Ki Jai
Mara gotra Kaushik hai Hum Grover Jaat ke Lagte Hain Hamari Kuldevi Yaku Devta kaun se hai
Hamara gotr Kaushik hai Hamari Jat Grover hai Hamari Kuldevi ya kuldevta kaun se hai
Chundaliya gotra, kuldevi batawo
हम गुर्जर गौड ब्राहम्ण है हमारी गोत्र पाईसवाल है हमारी कुलदेवी के बारे मे कोई सही सही बताये
Phalodi Brhamani Mata Ki Jay
Bhal ki kuldevi ke vishay me batayiye