The Power of Brahma – Brahmani Mata

सप्तमातृका में से एक ब्रह्माणी अथवा ब्राह्मी माता सृष्टि रचयिता ब्रह्मा की शक्ति है। यह पीले रंग में दर्शायी जाती है। इनके चार सिर हैं। इनके चार भुजायें हैं। यह देवी कमण्डल, कमल पुष्प, माला तथा पुस्तक धारण करती है। इनका वाहन हंस है। ब्रह्माणी माता कई समाजों द्वारा कुलदेवी के रूप में पूजी जाती है।

ब्रह्माणी माता के मन्दिर 

1. फलौदी ब्रह्माणी माता मन्दिर, मेड़ता रोड़, नागौर (राजस्थान)
2. ब्रह्माणी माताजी मंदिर, बारां (राजस्थान)
3. ब्रह्माणी माताजी मंदिर, हनुमानगढ़ के समीप पल्लू नामक स्थान पर (राजस्थान)
4. ब्रह्माणी माताजी मंदिर, सेवड़ी- पाली (राजस्थान)
5. ब्रह्माणी माताजी मंदिर, सारंगवास- पाली (राजस्थान)
6. ब्रह्माणी माताजी मंदिर, खोड़ियारनगर- अहमदाबाद (गुजरात)
7. ब्रह्माणी माताजी मंदिर,ग्राम: कल्याणा, तह: पाटन जिला: मेहसाना (गुजरात)
8.  ब्रह्माणी माताजी मंदिर, गगोदर- कच्छ (गुजरात)
9.  ब्रह्माणी माताजी मंदिर, कलोल के समीप डिंगचा- गांधीनगर (गुजरात)
10.  ब्रह्माणी माताजी मंदिर,वांकानेर के समीप नाना जगदेश्वर (गुजरात)
11.  ब्रह्माणी माताजी मंदिर, ग्राम: कमली,  तह. उंझा, जिला: मेहसाना (गुजरात)
12.  ब्रह्माणी माताजी मंदिर, नन्दासन के समीप शेधावी- मेहसाना (गुजरात)
13.  ब्रह्माणी माताजी मंदिर, भीमपोर- सूरत (गुजरात)
14. ब्रह्माणी माताजी मंदिर, चनस्मा- पाटन (गुजरात)
15. ब्रह्माणी माताजी मंदिर, बल्लिया के समीप ब्रह्माणी हनुमानगंज (उत्तर प्रदेश)
16. ब्रह्माणी माताजी मंदिर, चम्बा के समीप भरमौर (हिमाचल प्रदेश)

17 thoughts on “The Power of Brahma – Brahmani Mata”

  1. Sir hamari gotar sodha hai and ham kuldevi ke rup me bharmani mata ko mante hai . Jisko ham hamari bhasa me siroshi mata Kehate hai . Kiya es devi ka koye Pakistan ke shind parant me mandir hai. Please gankari de.

    Reply

Leave a Reply

This site is protected by wp-copyrightpro.com