Anjani Mata Karauli History in Hindi : राजस्थान राज्य के करौली जिले से 3 किलोमीटर दूर हिण्डोन मार्ग पर हनुमान जी की माता अंजनी माता का सुप्रसिद्ध मंदिर स्थित है। अंजनी देवी कुंजर नामक एक वानर की पुत्री थी, तथा इनके पति का नाम केसरी था। माता अंजनी के गर्भ से हनुमानजी का जन्म वायुपुर नामक पावन तीर्थ में हुआ था। जिस समय अंजनी के गर्भ से हनुमान उत्पन्न हुए थे, उसी समय ब्रह्म योनि वायु ने उस पावन तीर्थ का निर्माण किया था।
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अंजनी माता को जादोन शाखा के क्षत्रिय (यदुवंशी ) अपनी कुलदेवी मानते हैं । अंजनी माता कैला माता का ही स्वरूप है जो अलग अलग कालखण्डों में भक्तो द्वारा पूजी जाती रही है। राजा अर्जुनदेव द्वारा स्थापित अंजनी माता का मंदिर करौली में पहाड़ी पर स्थित है। कहा जाता है कि नीदर गाँव में स्थित गढ़ी में यदुवंशीय राजा अर्जुनदेव ने अपनी आराध्या श्री अंजनी माता की प्रतिमा की प्रतिष्ठा करवाई थी। करौली का राजवंश स्वयं को श्रीकृष्ण का वंशज मानते हैं।
अर्जुन देव अपने समय का प्रतापी यदुवंशी शासक था ।उसने मोहम्मद तुगलक द्वारा छीने गए मंडरायल किले को पुनः प्राप्त करने के लिए दुर्गरक्षक को परास्त किया और वहां से 5 किलोमीटर दूर नीदर में एक गढ़ी व सैनिक छावनी का निर्माण करवाया। इसी स्थान पर उसने अंजनी माता की प्रतिमा स्थापित करवाई एवं यहाँ की सुरक्षा के लिए “वीरवास ” नामक छावनी स्थापित की । 1348 ई. में करौली की स्थापना के पश्चात माता जी के मंदिर को पहाड़ी पर स्थापित करवा दिया व नीचे हनुमान जी का मंदिर बनवाया गया । लगता है मानों रामदूत हनुमान यहाँ अपनी माँ के चरणों में विराजमान हैं। इस मंदिर में मंगलवार तथा शनिवार को श्रद्धालु विशेष रूप से आते हैं। नवरात्रों में भक्त यहाँ हजारों की संख्या में आकर माँ से मनौती मांगते हैं। यहाँ देवउठनी ग्यारस को विशाल मेला भरता है। पहाड़ी के समीप ही पांचना नामक नदी स्थित है। यहाँ परम्परागत रूप से करौली का ब्राह्मण परिवार पूजा करता आ रहा है। देव उठनी ग्यारस को भव्य मेले का आयोजन होता है इस दिन भक्त पांचना नदी में स्नान कर देवी के दर्शन करते हैं । मान्यता है कि ऐसा करने से असाध्य रोग दूर हो जाते है ।
Bahut hi Bahu Upyogi Jaankaari Di He Aapne.
Jai Maa Kuldevi – Sanjay Sharma ji aapka ye pahal bahut hi saraahniye hai , salute to you. Aaj ke jamaane me kitne logon ko apne kuldevi ke bare me pata bhi nahi hai , Aapke is prayaas se youtube ke jariye kuchh logon ki jigyasa to jagegi aur wo apne kuldevi ke bare me janenge. ” Thanks to you “
Jai Shri ram
माता तेरी सदा ही जय हो..माता सबकी मनोकामना पूरी हो…. मेरी पूरी कर चुकी हो मा. … माता कोटि कोटि धन्यावाद…
सदा ही कृपा बनाए रखना….