शिव जी की आरतीApril 17, 2021March 21, 2017 by Sanjay Sharma Share on FacebookShareShare on TwitterTweetShare on PinterestShareTable of ContentsShiv Ji Aarti :शिव जी की आरती in Hindiॐ जय शिव औंकारा, स्वामी हर शिव औंकारा |ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्धांगी धारा ||जय शिव औंकारा ||एकानन चतुरानन पंचानन राजेस्वामी पंचानन राजे ||हंसासन गरुड़ासन वृष वाहन साजे ||जय शिव औंकारा ||दो भुज चारु चतुर्भुज दस भुज से सोहेस्वामी दस भुज से सोहे |तीनों रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे ||जय शिव औंकारा ||अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारीस्वामि मुण्डमाला धारी |चंदन मृग मद सोहे भाले शशि धारी ||जय शिव औंकारा ||श्वेताम्बर पीताम्बर बाघाम्बर अंगेस्वामी बाघाम्बर अंगे |सनकादिक ब्रह्मादिक भूतादिक संगे ||जय शिव औंकारा ||कर में श्रेष्ठ कमण्डलु चक्र त्रिशूल धरतास्वामी चक्र त्रिशूल धरता ||जगकर्ता जगहर्ता जग पालन कर्ता ||जय शिव औंकारा ||ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेकास्वामि जानत अविवेकाप्रणवाक्षर में शोभित यह तीनों एका |जय शिव औंकारा ||कशी में विश्वनाथ विराजे ननदों ब्रह्मचारी |नित उठ भोग लगावे शोप्भा अति प्यारी ||निर्गुण शिव की आरती जो कोई नर गावेस्वामि जो कोई नर गावे ।कहत शिवानंद स्वामी मन वाँछित फल पावे ।जय शिव औंकाराShiv Ji Aarti in EnglishOM JAI SHIV OMKARA, PRABHU JAI SHIV OMKARA BRAHMA VISHNU SADA SHIV, ARDHANGII DHARA OM JAI SHIV OMKARAEKANANA CHATURANAN PANCHANAN RAJE HANSANAN, GARURAASAN VRISHVAHAN SAJE OM JAI SHIV OMKARADO BHUJA, CHAAR CHATURBHUJA DASHABHUJA ATI SOHE TIINON ROOP NIRAKHATE TRIBHUVAN JAN MOHE OM JAI SHIV OMKARAAKSAMALA VANAMALA MUNDAMALA DHARI CHANDANA MRIGAMAD SOHAI BHAALE SHASHIDHAARI JAI SHIV OMKARASHVETAMBARA PIITAMBARA BAAGHAMBARA ANGE BRAHMADHIK SANAKAADHIK PRETAADHIK SANGE OM JAI SHIV OMKARAKARA MADHYE KAMANDALU AU TRISHUL DHARI JAGKARTA JAGHARTA JAGAPALAN KARTA JAI SHIV OMKARABRAHMA VISHNU SADASHIVA JANATA AVIVEKA PRANAVAKSAR�KE MADHAYA�TINONH EKA OM JAI SHIV OMKARATRIGUN SWAMI KI AARTI JO KOI NAR GAVE KAHATA SHIVANANDA SWAMI MANA VANCHITA PHALA PAVE JAI SHIV OMKARAShiv Ji Aarti :शिव जी की आरती in Hindiॐ जय शिव औंकारा, स्वामी हर शिव औंकारा |ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्धांगी धारा ||जय शिव औंकारा ||एकानन चतुरानन पंचानन राजेस्वामी पंचानन राजे ||हंसासन गरुड़ासन वृष वाहन साजे ||जय शिव औंकारा ||दो भुज चारु चतुर्भुज दस भुज से सोहेस्वामी दस भुज से सोहे |तीनों रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे ||जय शिव औंकारा ||अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारीस्वामि मुण्डमाला धारी |चंदन मृग मद सोहे भाले शशि धारी ||जय शिव औंकारा ||श्वेताम्बर पीताम्बर बाघाम्बर अंगेस्वामी बाघाम्बर अंगे |सनकादिक ब्रह्मादिक भूतादिक संगे ||जय शिव औंकारा ||कर में श्रेष्ठ कमण्डलु चक्र त्रिशूल धरतास्वामी चक्र त्रिशूल धरता ||जगकर्ता जगहर्ता जग पालन कर्ता ||जय शिव औंकारा ||ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेकास्वामि जानत अविवेकाप्रणवाक्षर में शोभित यह तीनों एका |जय शिव औंकारा ||कशी में विश्वनाथ विराजे ननदों ब्रह्मचारी |नित उठ भोग लगावे शोप्भा अति प्यारी ||निर्गुण शिव की आरती जो कोई नर गावेस्वामि जो कोई नर गावे ।कहत शिवानंद स्वामी मन वाँछित फल पावे ।जय शिव औंकाराShiv Ji Aarti in EnglishOM JAI SHIV OMKARA, PRABHU JAI SHIV OMKARABRAHMA VISHNU SADA SHIV, ARDHANGII DHARAOM JAI SHIV OMKARAEKANANA CHATURANAN PANCHANAN RAJEHANSANAN, GARURAASAN VRISHVAHAN SAJEOM JAI SHIV OMKARADO BHUJA, CHAAR CHATURBHUJA DASHABHUJA ATI SOHETIINON ROOP NIRAKHATE TRIBHUVAN JAN MOHEOM JAI SHIV OMKARAAKSAMALA VANAMALA MUNDAMALA DHARICHANDANA MRIGAMAD SOHAI BHAALE SHASHIDHAARIJAI SHIV OMKARASHVETAMBARA PIITAMBARA BAAGHAMBARA ANGEBRAHMADHIK SANAKAADHIK PRETAADHIK SANGEOM JAI SHIV OMKARAKARA MADHYE KAMANDALU AU TRISHUL DHARIJAGKARTA JAGHARTA JAGAPALAN KARTAJAI SHIV OMKARABRAHMA VISHNU SADASHIVA JANATA AVIVEKAPRANAVAKSAR�KE MADHAYA�TINONH EKAOM JAI SHIV OMKARATRIGUN SWAMI KI AARTI JO KOI NAR GAVEKAHATA SHIVANANDA SWAMI MANA VANCHITA PHALA PAVEJAI SHIV OMKARAShare this:TwitterFacebookShare on FacebookShareShare on TwitterTweetShare on PinterestShare