औदीच्य ब्राह्मण समाज – इतिहास, गोत्र, कुलदेवियाँ Sahastra Audichya Brahmin

उदीचि का अर्थ होता है ‘उत्तर’। ‘उदीचि’ शब्द से ही औदीच्य बना है। उत्तर दिशा से सिद्धपुर क्षेत्र में आने वाले ब्राह्मण औदीच्य कहलाये।

औदीच्य ब्राह्मण समाज का इतिहास (History of Audichya Sahastra Brahmin Samaj)

ब्राह्मणोत्पत्तिमार्तण्ड नामक ग्रंथ में सहस्त्र औदीच्य ब्राह्मण समाज का इतिहास वर्णित है। गुजरात में सरस्वती नदी के तट पर पाटण नामक नगर है। वहां के राजा मूलराज षड्यंत्रकारी बंधु-बांधवों से दुखी थे जो उसे राजसिंहासन से हटाना चाहते थे।  उसने सब षडयंत्रकारियों की हत्या करा दी और निष्कंटक राज्य  भोगने लगा।

वृद्धावस्था में मूलराज को संबंधियों की हत्या कराने के पाप से पछतावा हुआ।  वह प्रायश्चित करने गुरू की शरण में गया। गुरु ने कहा कि श्रीस्थल सिद्धपुर नामक पुण्यक्षेत्र में उत्तर क्षेत्र के ब्राह्मणों को बुलाकर दान दो। वे ब्राह्मण तपस्वी हैं।  तीर्थ में उन्हें दान देने से तुम्हें  पुण्य लाभ होगा।  राजा ने प्रयाग, काशी,कुरुक्षेत्र, गंगा द्वार, नैमिषारण्य आदि क्षेत्रों के ब्राह्मणों को सपत्नीक सिद्धपुरक्षेत्र में आमंत्रित किया।  उसने ब्रह्मणों से दान ग्रहण करने का अनुरोध किया।  ब्राह्मणों ने उसका अनुरोध अस्वीकार कर दिया। वे सरस्वती नदी के तट पर तपस्यारत दधीचि ऋषि से मिलने गए हुए थे।  उस समय राजा की प्रेरणा से रानी ने ब्राह्मण पत्नियों को वस्त्राभूषण दान में दे दिए।

ब्राह्मणों ने अपनी पत्नियों के अनुरोध से अपनी कुलदेवियों की स्तुति करके राजा मूलराज को पाप मुक्त करा दिया।  राजा ने सिद्धपुर तथा उस क्षेत्र के अनेक गांव ब्राह्मणों को दान में दे दिए।  उन  ब्रह्मणों की संख्या 1016 थी, इसलिए वह सहस्र औदीच्य ब्राम्हण कहलाए।

सहस्र औदिच्य ब्राह्मणों (Sahastra Audichya Brahmin) के तीन भेद हैं-  १. सिद्धपुर २.टोलक और ३.अन्य

  1. जिन ब्राह्मणों को सिद्धपुर तीर्थस्थल दान में मिला वे श्रीस्थलीय कहलाए। ब्राह्मणोत्पत्तिमार्तण्ड में लिखा है-
सर्वोपस्करसंयुक्तं श्रीस्थलाख्यपुरंमहत्।
एकविंशति विप्रेभ्यो ददौ स्वश्रेयसे मुदा।।

1. श्रीस्थल (सिद्धपुर) के ब्राह्मणों की कुलदेवियाँ

सं.अवंटकगोत्रकुलदेवी
1.दवेभार्गवआशापुरी
2.पंड्याकौशिकविघ्नेश्वरी
3.त्रवाड़ी / तिवाड़ीदाल्लभमहागौरी
4.दवेगौतमहिंगलाज
5.ठाकरपच्छसभद्रकाली
6.दवेपाराशरउमा (उमया)
7.उपाध्यायकश्यपउमा (उमया)
8.दवेभारद्वाजचामुण्डा
9.दवेशाण्डिलमहालक्ष्मी
10.पण्ड्याशौनकमहागौरी
11.त्रवाड़ी / तिवाड़ीवशिष्ठशुभ्रा
12.ठाकरमौनसघारपीठ
13.जानिगर्गअंबा
14.दवेकुच्छसउमा (उमया)
15.दवेउद्दालीकउमा (उमया)
16.दवेकृष्णात्रीशुभ्रा
17.दवेकौण्डिन्यमहाकाली
18.पण्ड्यामाण्डव्यमहागौरी
19.उपाध्यायउपमन्युबहुस्मरा
20.दवेश्वेतात्रिउमा (उमया)
  1. टोलक – जो औदीच्य ब्राह्मण एक टोली में रहते थे वे टोलक कहलाये –
उदीच्यास्तत्र चान्ये ये मुनिपुत्राः सुबुद्धयः।
एकीभूत्वा स्थिताः सर्वे तस्मात्ते टोलकाः स्मृताः।।

टोलक के ब्राह्मणों की कुलदेवियाँ

ग्रामअवंटकगोत्रकुलदेवी
खंबातपंड्याकृष्णात्रीशुभ्रा
ब्राह्मणोलीपंड्याकश्यपउमा (उमया)
हरियालीपंड्याकश्यपउमा (उमया)
खेडापंड्याकश्यपक्षेमप्रदा
सिंधुवापंड्यावसिष्ठ वच्छभद्रकाली, उमा
कनीजव्यासपौलस्त्यगौरी
मातरजानीशाण्डिल्यशुभ्रा
डभाणउपाध्यायभारद्वाजचामुण्डा
मरकुंडव्यासआंगिरसक्षेमकरी
महुधाव्यासकश्यपअन्नपूर्णा
ऋगुणजोशीसांकृत्यमहालक्ष्मी
दरेवोकश्यपकश्यपशिवा
पुरोहितपुरोहितकश्यपगौरी
कोचरपव्यासवच्छसउमा (उमया)
  1. अन्य कुछ ब्राह्मणों को 171 ग्राम दान में दिए –
श्रीस्थलादष्टकाष्ठासु ग्रामांश्च विविधांस्तथा। 
चन्द्रसप्तैकसंख्याकान् ब्राह्मणेभ्यो ददौ नृपः ।।

उन ब्राह्मणों की कुलदेवियाँ निम्नानुसार है –

ग्रामअवंटकगोत्रकुलदेवी
1.  पशुवालआचार्य, पंड्या, रावलगौतमशकटाम्बिका
2.  करंटाव्यास, जोशीकौशिकविघ्नेश्वरी
3.  कनोडूउपाध्यायदाल्लभबहुस्मरा
4.  बोकड़वालारावलगौतमनेत्रेश्वरी
5.  चन्द्रभाणव्यासगौतमगौरी
6.  मणियारीमेहतागौतमक्षेमप्रदा
7.  बडवाडुदवेभारद्वाजचामुण्डा
8.  कर्णसागरपण्ड्या, व्यासभारद्वाजउमा
9.  मणुदररावलशांघिलक्षेमप्रदा
10.  मांडलरावलकुच्छसचामुण्डा
11.  शेदात्रवाड़ीगौतमगौरी
12.  वीरमगामदवेगर्गउमा
13.  कबोईआचार्यगौतमअन्नपूर्णा
14.  कमलीवाडुरावलशौनकक्षेमप्रदा
15.  डालवाणुजोशी, पण्डितकृष्णात्रीअन्नपूर्णा
16.  घंघाणुदवे, मेहतागौतमविघ्नहरी
17.  चाणससुव्यासकौण्डिन्यचामुण्डा
18.  उंझारावल, मेहताभारद्वाजउमा
19.  अवांसणुजानीभारद्वाजअन्नपूर्णा
20.   नायकुदवेउदवाहबाहुधा
21.  यमनपुरपण्डित, रावल, जोशीपराशर, भारद्वाजचामुण्डा
22.  ब्रह्मपुराठाकरकौशिकप्रसन्नवदना
23.  घारियालादवेभार्गवक्षेमप्रदा
24.  डेडाणुजोशी, मेहताभार्गव, भारद्वाजदुर्गा
25.  पंचकबाहुपण्डित, दवे, जोशीकौण्डिन्य, पाराशर, अत्रीक्षेमप्रदा
26.  लोटपुरतरवाड़ीकाश्यपउमा
27.  खंभालीव्यास, जोशीकौशिक, पाराशरक्षेमप्रदा
28.  विचणियुत्रवाणो, जोशीगर्ग
29.  वडासणरावलउद्दालकगौरी
30.  चन्द्रासणउपाध्यायकश्यपअन्नपूर्णा
31.  वनासनउपाध्याय, व्यासपराशर, भारद्वाजअन्नपूर्णा
32.  वरखीलुपण्डित, जोशीकौशिक, भारद्वाजगौरी, चामुण्डा
33.  जगाणारावलवत्ससमहागौरी
34.  गुजरवाडदवेकुत्ससमहीपानकरी
35.  तावड़ियापंडितवसिष्ठधारदेवी
36.  बजाणाव्यासभारद्वाजउमा
37.  झिंझुवाड़ाव्यासभारद्वाजमहागौरी
38.  खोलवाडुव्यासभारद्वाजमहागौरी
39.  मानमोरपंचोलीगर्गगौरी
40.  जंघरालजोशीआत्रेयबहुधा
41.  सेहाबीमेहतामहागौरी
42.  कल्याणुआचार्यकौशिककल्याणी
43.  बडावलीरावलभारद्वाज उमा
44.  पिप्पलाणपंडितगौतम विश्वमाता
45.  भीलोडुव्यासकश्यपसिद्धेश्वरी
46.  कीर्तरादवे, व्यासशाण्डिल्यकर्तेश्वरी
47.  कालरीपण्डितगौतमकर्तेश्वरी
48.  देवलीदवेपाराशरउमा
49.  तंबोल्युव्यासबच्छसउमा
50.  बिसरोडपंडितकश्यपगौरी
51.  बोधणुपंडितकश्यपदुर्गा
52.  धणोहरउपाध्यायकश्यपनेत्रांबिका
53.  खाबड़ीरावल, पंडितपाराशरसर्वसिद्धिदा
54.  भूखलीठाकरगौतमगौरी
55.  बिरताउपाध्यायपिप्पलादेसर्वसिद्धिदा
56.  सोणकापंडितबच्छससर्वसम्पत्तिकरी
57.  दहियोदरव्यासमेहेतासर्वसिद्धिकरी
58.  मठजोशीमाण्डव्यगौरी
59.  मलाणादवे, मेहतागौतमहिंगलाज
60.  मोडीजोशीसांकृत्यवहुधा
61.  मुंडाणूजोशी, दवेभारद्वाजगौरी
62.  रुपालव्यास, आचार्यगौतमसुधा
63.  सुबालात्रवाड़ीहिरण्यगर्भसप्तश्रृंगी
64.  अघारव्यास, जोशीगौतमशुभ्रा
65.  गलपरुमेहता, पंडितकश्यपसर्वसिद्धि
66.  नानोषणदवे, व्यासगौतमउमा
67.  पुंधरामेहता, व्यासवशिष्ठनेत्रेश्वरी
68.  भर्कावाडूउपाध्यायभारद्वाजत्रिपुरा
69.  बोरीसाणुउपाध्यायवशिष्ठत्रिपुरांतका
70.  जामलाउपाध्यायगौतमत्रिपुरा
71.  विठलपुराउपाध्यायवशिष्ठदुर्गा
72.  अक्षाणात्रवाड़ी, दवेकौडिन्यपुष्पमाला
73.  लोहरदवे, मेहताभारद्वाजतप्तेश्वरी
74.  भातसीणीउपाध्यायभारद्वाजसिद्धेश्वरी
75.   नागरासणपण्डितगौतमशुभ्रा
76.   उदेलामेहताभारद्वाजनागेश्वरी
77.  हीरवाणीमेहेता, जोशीवसिष्ठसर्वसम्पत्तिकरी
78.   तलासरव्यास, जोशीभारद्वाजसर्वसिद्धिकरी
79.   गोवनुजोशीकश्यपक्षेमप्रदा
80.  अडालजव्यासपाराशरउमा
81.  आद्रिआणुपंडितचंद्रात्रीवटेश्वरी
82.  कालाडाजोशी, पंडितभार्गवत्रिपुरा
83.  वसलाणुपंडितगौतमनेत्रेश्वरी
84.  परवाडुमेहताबच्छसत्रिपुरा
85.  कोटरावलशाण्डिल्यगौरी
86.  मातरवाडुदवे, जोशीशाण्डिल्यमाहेश्वरी
87. वाघ्रोल्पउपाध्याय, जोशीपाराशरअन्नपूर्णा
88.  अडपोद्राआचार्य, जोशीभारद्वाजदुर्गा
89.  तीहोजरावल, जोशीभारद्वाजतृप्तेश्वरी
90.  कुंवरपुरठाकर, जोशीभारद्वाजउमा
91.  सीमाणरावलभारद्वाजअन्नपूर्णा
92.  दातकोड़ीजोशीभारद्वाजक्षेमप्रदा
93.  छत्रालव्यासगौतममहोदरी
94.  कुकुआवीठाकरकश्यपत्रिपुरा
95.  उलोत्रुदवेगौतमत्रिपुरा
96.  उकरवाडाठाकरभारद्वाजत्रिपुरा
97.  पीपलीजोशीपाराशरमहागौरी
98.   वसाईरावलबच्छसतत्राम्बिका
99.   कर्णपुरउपाध्याय, ठाकरकौशिकमहेश्वरी
100.  वावोल्परावल, मेहताभारद्वाजमहाविद्या
101.  बावलीमेहताशांडिल्यगौरी
102.  छमीछुरावल, मेहताभारद्वाजकवेश्वरी
103.  सहोरदवे, ठाकरबच्छसतत्राम्बिका
104.  वलादिपंडित, जोशीशांडिल्यगौरी
105.  वर्णसमूपंडितभारद्वाजवहिश्वरी
106.  अगस्तियादवेवसिष्ठवहिश्वरी
107.  बावड़ीजोशी, रावलभारद्वाजतत्रांबिका
108.  शपावाडुमेहताभारद्वाजउमा
109.  कामलीरावलभारद्वाजक्षेमप्रदा
110.  सनलपुरपंडितभारद्वाजदुर्गा
111.  महावड़ापंडितभारद्वाजदुर्गा
112.  उबरीरावल, जोशीभारद्वाजशाकम्भरी
113.  सोभाषणमेहताशांडिल्यअंबा
114.  जवरीव्यास, पंडितबच्छसगौरी
115.  गोरतोवीव्यासभारद्वाजपुष्पा
116.  सोजुपंडितगर्गत्रिपुरान्तक
117.  जालीसाव्यास, जोशीभारद्वाजतत्रांबिका
118.  त्रहेटापंडित, जोशीभारद्वाजअन्नपूर्णा
119.  खेरपुरमेहेता, जोशीभारद्वाजनन्देश्वरी
120.  सरसावव्यास, जोशीभारद्वाजदुर्गा
121.  बिछणीव्यासभारद्वाजदुर्गा )
122.  बटवारावलभारद्वाजतप्तेश्वरी
123.  गांभुमेहेताकश्यपतत्रांबिका
124.  रंगपूरव्यासगर्गगौरी
125.  जलपूरमेहेताकश्यपक्षेमप्रदा
126.  देलोलव्यासबच्छसबहीश्वरी
127.  वाडहीपंडित, मेहेताभारद्वाजउमा
128.  लोलादुरावलकश्यपदुर्गा
129.  वाराहीमेहेता, जोशीपाराशरविश्वेश्वरी
130.  सादरउपाध्याय, राजगुरभारद्वाजशिवा
131.  बड़गाँवपंडित, मेहताउपमन्यु, कौशिकतत्रांबिका
132.  शेवालामेहेताकौशिकगौरी
133.  मशालरावलभारद्वाजगौरी
134.  उपेरारावल, मेहताभारद्वाजपुष्पमाला
135.  धारावाडुठाकर, रावलभारद्वाजतप्तेश्वरी
136.  मगरवाडुठाकरभारद्वाजअन्नपूर्णा
137.  घोड़िअलव्यासभारद्वाजविश्वरूपा
138.  रिवाड़ीपंडित, मेहताभारद्वाजबहुधा
139.  उभदाठाकर, मेहताभारद्वाजउमा
140.  नौरतापंडितभारद्वाजनदी
141.  धीप्रोदापंडित, रावलभारद्वाजचामुण्डा

शेष ब्राह्मण गुजरात के गाँव छोड़कर मारवाड़ जा बसे।  उनकी कुलदेवियों का वर्णन नहीं हुआ है।

अन्य 2 – कुछ ब्राह्मणों को सीहोर क्षेत्र में 81 गाँव मिले। वे निम्नलिखित हैं –

ग्रामअवंटकगोत्रकुलदेवी
1. सीहोरदवे, जानी, जोशीकृष्णात्री, सांकृत्य, भारद्वाजअन्नपूर्णा
    बटवाणापंड्या, दवे, जोशीगौतमदुर्गा
2.  गुन्दीपंड्या, मेहतावसिष्ठमहाकाली
3.  वाटहीव्यासउपमन्युहिंगलाज
4.  गोहिलवाडुपंडित, मेहतावसिष्ठउमा
5.  पिंपरालीआचार्य, पाठकगौतम, भारद्वाजगौरी
6.  भिमलाणापंडितवसिष्ठमहागौरी
7.  देगमाणुआचार्यगामायनमहागौरी
8.  बलमीपुरत्रवाड़ी, व्यासकुच्छस, चन्दात्रीमहागौरी
9.  कानड़ाठाकरपराशरभद्रकाली
10.  धावलीपंडित, मेहेताभारद्वाज, कौशिकभद्रकाली
11.  पाटणपंडित, उपाध्यायवसिष्ठ मांडव्यमहेश्वरी
12.  सोनपुरठाकरगर्गगौरी
13.  मलाणादवे, जोशी, उपाध्यायभारद्वाजशाकम्भरी
14.  वरेलीमेहेता, जोशीशौनक, मांडव्यउमा
15.  रामाठरीपंडितगौतममालेश्वरी
16.   फरादरारावल, पंड्याभार्गवगौरी
17.   सेवडद्रापंड्या, मेहेताबच्छसशाकम्भरी
18.  हाथशीणपंड्या, उपाध्यायपराशरशाकम्भरी
19.   बगस्थलदवेकौशिकदुर्गा
20.   बलावडपंडितगौतमअन्नपूर्णा
21.   घोरपुरपंड्या, मेहेताशांडिल्यतप्तेश्वरी
22.   शामलीजोशी, मेहेता, ठाकरगर्ग, भारद्वाजउमा
23.  बारसिंगव्यास, उपाध्यायभारद्वाज, कश्यपचामुण्डा
24.  मालवाडुदवेचन्द्रात्रीउमा
25.  चण्डीसरउपाध्याय, पुरोहितकश्यपदुर्गा
26.  गमीदामेहेतावच्छसउमा
27.  झापोदरदवे, जोशीभार्गवविश्वेश्वरी
28.  देलवाडुपाठकगौतमसिद्धेश्वरी
29.  शाउलीव्यासभारद्वाजआषंगपुरी
30.  शाणवामेहेतागर्गसिद्धेश्वरी
31.  लडुवामेहेता, दवेकौण्डिन्यक्षेमकरा
32.  नगरत्रवाडीगोभिलअन्नपूर्णा
33.  वैजुलकामेहेता, दवे, पंडितवसिष्ठमहालक्ष्मी
34.  घुघरालीठाकरबच्छसशुभ्रा
35.  पंचोलीपाठक, जोशीकश्यपसिद्धेश्वरी
36.  उखबाडुमेहेता, दवेलौगाक्षीमहागौरी
37.  घारकुपंडितशांडिल्य
38.  शेलाणुपंडित, मेहेतापाराशरविघ्नहरी
39.  कटलाणारायल, जोशीगौतमगौरी
40.  गुंडलुमेहेता, त्रवाड़ीवच्छसअम्बा
41.  दानवारुमेहेतागौतमसिद्धेश्वरी
42.  सर्पहिव्यासवसिष्ठउमा
43.  उवरावलीमेहेता, जोशीभारद्वाज क्षेमप्रदा
44.  जांबुयापाठक, मेहेताभारद्वाज गौरी
45.  साणंदपंडित, मेहेतावसिष्ठलक्ष्मी
46.  मगोडीमेहेताभारद्वाजसिद्धेश्वरी
47.  नीघवारावल, पुरोहितकश्यपसर्वसम्पत्तिकरी
48.  बढोपंडित, जोशीभारद्वाजक्षेमप्रदा
49.  बोदालीव्यास, मेहेताकश्यपउमा
50.  वछकपुररावलभारद्वाजसर्वसिद्धिकरी
51.  अदालयठाकर, पंडितभारद्वाजसर्वसिद्धिकरी
52.  सारधारूजोशी, रावलभारद्वाजसर्वसम्पत्तिकरी
53.  सीहोदररावलभार्गवउमा
54.  ठीठमीउपाध्यायगर्गमहीपानकरी
55.  वाकघाजोशी, मेहेताशांडिल्यउमा
56.  ककावीदीक्षितपाराशरगौरी
57.  असराड़पंडित, जोशीशांडिल्यक्षेमप्रदा
58.  कोठड़ीदवे, मेहेताकश्यपशिवा
59.  पणसोरुदीक्षित, दवेभारद्वाजचामुण्डा
60.  देवगामठाकरकश्यपउमा
61. ब्रह्मपागामपण्डितकश्यपशुभ्रा
62.  टकवाठाकरकश्यपशुभ्रा
63.  त्रवाड़ीव्यासपाराशरतप्तेश्वरी
64.  असलालीपंड्या, जोशीभारद्वाजशुभ्रा
65.  खोखडूरावल, मेहतापाराशरउमा
66.  भालजव्यासभारद्वाजमहालक्ष्मी
67.  पाठकालापण्डितशाण्डिल्यमहालक्ष्मी
68.  अंतरपुरमेहेताभारद्वाजमहालक्ष्मी
69.  ऊटड़ीमेहेताभारद्वाजत्रसेश्वरी
70.  रगड़ीमेहेता, जोशीभारद्वाजअम्बा
71.  लिगरीजोशीभारद्वाजसिद्धेश्वरी
72.   रेवनपुरजोशीपाराशरसिद्धेश्वरी
73.   सोनरलपंड्याकश्यपउमा
74.  पाकलादवेभारद्वाजसिद्धेश्वरी
75.   कुकडुमेहेताभारद्वाजविघ्नहरी
76.   सिंहपूररावलभारद्वाजक्षेमप्रदा
77.  उपलोटजोशीभारद्वाजउमा
78.   देहेगाममेहेताभारद्वाजविघ्नहरी
79.   जिहवाजोशीभारद्वाजउमा
80.  टिटोड़ीरावल, जोशीभारद्वाजउमा
81.  घाड़सरीजोशी, रावलभारद्वाजउमा
जिन कुलदेवियों व गोत्रों के नाम इस विवरण में नहीं हैं उन्हें शामिल करने हेतु नीचे दिए कमेण्ट बॉक्स में  विवरण आमन्त्रित है। (गोत्र : कुलदेवी का नाम )। इस Page पर कृपया इसी समाज से जुड़े विवरण लिखें। औदीच्य ब्राह्मण समाज से जुड़े अन्य विवरण अथवा अपना मौलिक लेख  Submit करने के लिए Submit Your Article पर Click करें। आपका लेख इस Blog पर प्रकाशित किया जायेगा । कृपया अपने समाज से जुड़े लेख इस Blog पर उपलब्ध करवाकर अपने समाज की जानकारियों अथवा इतिहास व कथा आदि का प्रसार करने में सहयोग प्रदान करें।

106 thoughts on “औदीच्य ब्राह्मण समाज – इतिहास, गोत्र, कुलदेवियाँ Sahastra Audichya Brahmin”

  1. मैं राजस्थान जालौर जिला से हु मेरा गोत्रर साथुआ राजपुरोहित है मेरी कुल देवी कहा हैं

    Reply
    • औदीच्य सहस्त्र, ब्राह्मण, सिद्धपुर समवाय है
      गोत्र :-भारद्वाज
      त्रि प्रवर,
      शाखा-माध्यांदिनी
      वेद:-शुक्ल यजुर्वेद
      देव:-एक दन्त गणपति. बटुक:-भैरव. और कुलदेवी वेराई(वाराही) मुल गांव दुधवा.. बनासकांठा से हमारे पूर्वजों आडेसर ,ता.रापर. जि.कच्छ भुज, गुजरात
      हमारे परिवार के सदस्य वहां रहते है गांव के नामसे हमारी अवटक, दुधेचा, बोलते है। पर हमें बारोट भाट के किताब मे पंडया बताते है. हमने वेराई माता का मंदिर बनाकर आडेसर मे प्रतिष्ठा की है मैंने ईस पैज मे कहीं वाराही माँ का नाम देखा नहीं तो हमारे परिवार जो मुल दुधवा मे रहते है वो चामुण्डा और कुछ वेराई माँ को पूजते हैं तो कृपया हमारी कुलदेवी के बारे में सच्च बताए.

      Reply
      • Meta naam dinesh raj Purohit gav mandavada sirohi se hu gotra fodar hai rishi udaalak hai meri kuldevta ki puri ddetel Kaya hai Sir

        Reply
        • मैं औदिच्य ब्रह्म समाज से हूं. हम लोग ईशामलिया जोषी कहे जाते है. ईशामल गाव खम्भात के पास था. कर्णोपकर्ण जानकारी के हिसाब से कनौज से 400 की संख्या में यजुर्वेदी ब्राह्मण लाये गये थे हम उसमें से है.
          हमारी कुलदेवी जानना चाहता हूँ.

          विष्णु जोषी
          खेरालू, जी. महेसाणा, गुजरात

          Reply
          • में भी अपनी कुलदेवी केबारे में जानना चाहता हु मेरी होत्र भी इशमलिया है में बड़ौद आगर मध्यप्रदेश से हु

    • Raval Upendra ganpatlal dhaneshwar dolatram hiraram joitam vastaram dada par dada na nam chhe pan kuldevi Mata Kaya chhe khyal Nathi to janavsho

      Reply
  2. मेरा नाम राजेश कुमार भारद्वाज , मै हरियाणा फरीदाबाद गांव अरुआ से हूँ । परिवार में बड़े बुजुर्ग भारद्वाज हिरयाणा दुबे गौत्र बताते है। लेकिन कुलदेवी व देवता के बारे में उन्हें भी जानकारी नही है। आपकी साइट बहुत अच्छी लगी ।ओर आप से उम्मीद है कि आप मुझे पूरी जानकारी दोगे । आपका बहुत बहुत धन्यवाद ।

    Reply
    • मेरा नाम बीरेंद्र कुमार मिश्र गोत्र कौण्डिल्य ग्राम उचहुवा जिला आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश से मेरे कुल देवता और कुल देवी कौन है कृपया बताएं
      मेरा न 7347002269

      Reply
    • मारू ओदीच्य जोधपुरा ब्राह्मण की कुलदेवी अगर कोई जानता हो तो कृपया बताए

      Reply
  3. मेरा नाम पुष्कर नायक है हम औदुचाय ब्राह्मण
    ( asait ठाकर)
    humari kuldevi ?

    Reply
  4. मेरा नाम ओमप्रकाश है मेरा गांव सिंघाना तहसील डीडवाना जिला नागौर राजस्थान में है में गौड़ ब्राह्मण में फटवाड़िया गोत्र से हु हमारी कुलदेवी समदिरी माता है ।
    कृपया मुझे ये जानकारी दे पूर्ण विवरण के साथ की समदिरी माता का मंदिर कहा पर स्थित है कृपया पूरी जानकारी प्रदान करने की कृपा करे आपका आभारी रहूँगा , धन्यवाद

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  5. मेरा नाम सनी मेहता है मैं हरियाणा नारनौल का रहने वाला हूं कृपया मेरी कुलदेवी का नाम बताएं और वह मंदिर कहां पर स्थित है नारनोल मेहता 9680262727

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  6. जय महाकाली श्री मान मैं पंडित नरेश खन्ना पंजाब से सरस्वत ब्राह्मण गौत्र शाण्डिलय गुज हमारे पूर्वज पकिस्थान
    पेशावर के थे जो पंजाब का हिस्सा था हमें कुल देवी का पता लग सकता है

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    • Me. Bhi. Saraswati. Bhramin. Hiu..Gujarat ke. Anand. Di. Ke. VALASAN. GAV. se. Hu. Mera. Gotta. Or. Mataji. Ka. Parichay. Dijiye.

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  7. में अनिल कुमार शर्मा गोत्र गुरावा जोशी गांव जीतावाला तेहसील बस्सी जिला जयपुर से हूँ मेरा ऋषि गोत्र भारद्वाज है मुझे अपनी कुल देवी का पत्ता नहीं है आप लोग मेरी मदद करें

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  8. मैं संजय जानी ( उपमन्यु गौत्र) , गांव – भाटूण्ड, पाली ( राजस्थान) से हूँ । मैं सहस्त्र औदीच्य गोमतिवाल ब्राह्मण हूँ । मेरी कुलदेवी माँ देवगिरि ( जवाई बांध में स्थित) है और कुलदेवता भद्रेश्वर महादेव ( जवाई बांध ,हाल दुदानी गांव, में ) है ,

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  9. Hu ajak girinarayan brahman chhu. Amara surapura chhe. Mataji nathi. Amaru gotra saudamas chhe. Khambhaliya joshi chhie. Junagadh district nu keshod city tatha village bamnasa ghed chhe. Tya surapura chhe. Matajino khyal nathi.guide karava request.

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  10. म्हामाँ देवी का मुख्य मंदिर कहा पर हैं इसकी सवारी क्या हैं इसकी जानकारी जुटाई जावे

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    • मेरा नाम विमलेश विश्वकर्मा है मेरी कुलदेवी राजस्थान में सम राय माता के नाम से बताते हैं और मेरा गोत्र समर का चौहान है तो मेरी कुलदेवी कौन सी होंगी

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  11. मेरा नाम दौलत शर्मा है। हमारी कुलदेवी का नाम त्रिपुरा है ।हमारी कुलदेवी किसी कुकुआवि गांव में है । लेकिन ये गांव गुजरात मे कहाँ है इसका हमे पता नही है । कृपया हमें इस गांव के बारे में कुछ बताये की ये गांव कहाँ पर है

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  12. मैं औदिच्य सहस्त्र रावल ब्राह्मण
    संप्रदाय. सिध्धपूर
    उंझीया. रावल
    गौत्र. भारद्वाज
    शाखा. माध्यान्दिनी
    वेद. यजुर्वेद
    कुलदेवी. चामुंडा
    अभी. गांव. मोटी पीपली. तालुका. राधनपुर. जिल्ला. पाटन
    6 पेढी पर 40 घर का परिवार

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  13. Me Rohit Dave gotra parasar yajurvedi gam bhatund Pali jila rajasthan meri kuldevi ma varjesawari ma gam :reched Kumbhalgarh tehsil Rajsamand jila kuldevta Nimbesawar Mahadev

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    • हमारा गोत्र वच्छसि बताते है हमारे इस गो का विवरण बताये साथ ही कुल दैवी भी बताये ूताये

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  14. Sir. G. Ma upadhaya hu aur mera goter garg ha
    Muja kuch kuldevta K baara ma bataao koi plz…. Mera contact no. Ha. 7006780026

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  15. हमारा गोत्र वशिष्ठ है और हमारी कुल देवी का मंदिर हिरवाणी गांव गुजरात मे कहा पर हे।

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  16. Amit bhatt gotra parashar zila banswara rajasthan hmara purvaj siddhpur gujarat sa ha kintu mujha apni kuldevi ka bra ma jankari nhi ho pa rahi ha or ma bhramit ho rha hu kripa kar mujha avgat karva

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    • औदीच्य समाज में सिहोर क्षैत्र के कुल 81गांव ब्राह्मणों को दिया गया…
      उसमें 66नम्बर पर ग्राम भालज/व्यास सरनेम/गौत्र भारद्वाज/कुलदेवी -महालक्ष्मी दर्शाया हैं। ग्राम भालज कहां स्थित है, कृपया लोकेशन मेप भेजने का कष्ट करेंगे तो आपकी कृपा होगी..

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  17. बहुत अच्छा लेख लिखने के लिए धन्यवाद
    कुछ और अटक छुट गई हैं
    9974760144
    जैसे मेरा
    नाम – प्रवीण चन्द्र
    अटक – भट्ट
    गौत्र – भरद्वाज
    शाखा- माध्यंदिनि
    त्रिप्रवर
    कुलदेवी- चामुण्डा
    कुल देव – मोहिन्दर गणपति
    गांव – भासौर
    तहसील- सागवाड़ा
    जिला- डुंगरपुर
    राजस्थान 314023

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  18. My name om Parkash and my gotra is Kaushik. I am from vyas community and our kuldevi is bhimeshwari Devi. Temple situated at vill Beri because our grand father are from district Rohtak.. Presently I am living at Khanna district Ludhiana.

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  19. Mera Naam Nitesh sharma Rajgarh ka rhne wala hu pita Ji ka Naam shree Vijay Kumar sharma hmara gotra guru Bhadhu Brahman h pr Hume hmari kuldevi ka pta nhi krpya Aap Hme hmari kuldevi ka pta btye

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  20. बुजुर्ग बताते है कि हम सिद्धपुर से उठे है जयपुर के राजा द्वारा हमे दांतड़ा गांव दिया गया वहां हमारी जमीने थे परन्तु हमें भट्‌ट लगाते है। हमारा गौत्र उद‌वाह है। कुल देवी के बारे में कुछ बतातेहै सिद्धपुर से आगे बहुधा माता है। परन्तु पूरी जानकारी नहीं है। तीन पीढ़िया निकल चुकी है।

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  21. My self munindra pravinbhai thakar from Chandgadh dist amreli.As per myfamily history our gautra is gautam and kuldevi is prasaambica.bt as above history not match.so i want to know our right gautra and kuldevi.please help me my cell no is 9904076511
    Also watsapp no .

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  22. जानी गोत्र उपमन्यु कुलदेवी माँ बहुस्मरणा

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  23. मैं अभिषेक जानी ,पिता जी नवीन चंद्र जानी
    मुकाम पोस्ट पालोदा तहसील गढ़ी जिला बांसवाड़ा राजस्थान 327605 सिद्धपुर औदिच्य ब्राम्हण ,उपमन्यु गोत्र ,माँ बहुस्मरणा कुलदेवी कनोड़ा पाटन गुजरात

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  24. My Name Is Vaibhav Maheta….. Mera Gotra he… “Laumharsha” Or Kuldevi Mata… “Chamunda Ma” He… Muje Puri Details Dijiye.. Please…

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  25. We are from KUKAD (Dust. Bhavnagar) Gujarat Do not know Name of Kuldevi… some Says Ambaji, some says Dhar Amba

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  26. We are from KUKAD (dust. Bhavnagar, Gujarat) our GOTRA : MAUNAS…
    some says our Kuldevi… AMBAJI… and some says DHAR AMBA…. do not know perfectly… Please. Let me know. My name : Ashokkumar Premshankar Bhatt

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    • મૌનસ ગોત્ર ના કુળદેવી ધારપીઠ(ગઢકાલિકા) એમ. પી. ધાર માં બિરાઝમાંન છે.અને ત્યાંથી લોયંગા મુકામે સ્થાપના કરવામાં આવેલ છે.અને ત્યાં માતાજી ધારમ્બા નામથી પૂંજાય છે.

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  27. My name is Paresh Bhatt(Lakadiya Bhatt). I am from Bhavnagar. My Gotra is Kashyap. As per our family elders our Kuldevi is Pushpamala devi. I do not know where is the Pushpmala Devi Mandir located. Please if anyone have information about it tell me.

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  28. Mera name mehul Joshi hai
    Me north Gujarat ke patan ke pas sariyad ka rahne Wala hoo
    Mera gotra BHARDWAJ hai….
    Meri kuldevi n kuldevta konse hoge

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  29. I am vyas bramin of ra.ndheja dist gandinagar Gujaratbut I don’t know my kuldlevi. Pls kindly riply.some one says ur kuldrvi is ma butbhavani. Pls give me reply

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  30. I am audichy zalavadi brahmin
    My gotra- vashisht
    Kuldevi-bhagvati Bhavani Randal ma
    Kuldev vakratund Ganpati
    Shakha- madhyantini
    My college / tahsil/dist- junagadh

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  31. अटकः जोशी (सिध्धपुरीयाजोशी) गोत्रः वसिष्ठ कुल देविः मा दुगा

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  32. Joshi jitendrakumar dahyalal i am live in akhaj village,district: Mahesana find my kuldevi ple and me my kuldevi

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  33. Ham Marvad se Gujarat aye hai hamari atak pandya hai hamara gotta gargasya hai hamari kuladevi kaun hai aur kaha hai

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  34. ઉપાધ્યાય વશિષ્ઠ ગોત્ર ના કૂ‌‌લ દેવી ૨ બતાવ્યા છે ૧બોરીશાણૂ ૨.વિઠલપૂરા તે કયા છે તે ખબર નથી તો કોઈ રિતે ખબર પડશે? ઉપાધ્યાય કુલદીપ રમેશ ભાઈ ‌‌(ભુજ. કચ્છ)

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  35. Nice work…har mahadev…. mr.sanjsy it was written before 750 years and name of that book is GOTRA PRAVAR. I have translated GOTRAPRAVAR’S GUJARATI COPY. Shree FULSHANKAR SHASTIJI OF GANDHINAGAR PANCHDEV TEMPLE……have original gotrapravar…in that book ALL 9 PARTICULAR of BRAHMIN given very strategic….village name which was given between three or four brahmins… GOTRA..SAKHA.. PRAVAR…VED..KUL GANPATIJI..KUL MAHADEV… KUL DEVI…..BHAIRAV….LAST IS SHARM….SHARM IS OUR SPECIAL IDENTITY. and its use after name like SANJAY DUTT…..DUTT IS YOUR SHARM……..my no is 9724501605… if I help you in your this hardwork it’s my pleasure….HAR HAR MAHADEV ….JD FROM GNAGAR…THANKS

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  36. We Are Having aving RAVALSurname ., Our Last Village :– HADALA TAL. BAGASARA., DIST. AMRELI.
    WE ARE AUDICHYA GOHELWADI…
    GHELARAMJI BRAHMIN.
    We Don’t Know More About Us.
    Can We Get Any Details About Us.
    Thanks And Regards.
    Harshad Jayantilal Raval.
    RAJKOT.
    GUJARAT.

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  37. Me rajnikant jugat Lal Joshi audichaya brahamna. Gujarat uplrta Bhargav gotta Amara kuladevi kon Che te janavso amaru mul vatan moti vavdi cha

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  38. मैं यतिन उपाध्याय s/o रतन लाल उपाध्याय / बसन्त लाल उपाध्याय/किशन लाल उपाध्याय /रघुनाथ उपाध्याय निवासी पादस्टी बड़ी तहसील सागवाडा जिला डूंगरपुर राजस्थान
    गोत्र -भार्गव
    चोखरा -सरोदा
    मेरे कुल देवता कुल देवी &गणपति कौनसे है? सर शीघ्र बताने का कष्ट करे

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  39. ધૂમ્રરસ ગોત્ર તથા કુળદેવી માતા વિષે થોડી માહિતી મળી શકે ખરી
    જો આપના પાસે હોય તો તમારો કોન્ટેક નંબર આપશો મને

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  40. मेरा नाम सुधीर भट्ट गोत्र -शांडिल्य
    डूंगरपुर (राजस्थान) मेरे गोत्र की कुलदेवी गुजरात मे है ।कृपया ढूंढने में मदद करें ।

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    • Sudhirji
      Me Gujarat Dist-Sabarkatha se hu AHMEDABAD rehta hu. Shandilya gotta hay hamara

      Kuldevi Brahmani Mataji hay

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  41. my name Dipak pandit
    Gujarat Dist Junagdh
    taluka veraval somnath che hu to kya ap muje bta sakte hai ki ham konse bramin me ate hai or hamara gotra or kuldevi kon hai
    pliss krupa krke bta dijiye

    Reply
  42. मेंरा नाम वडीया सुरेश है औदिच्य सिम्वर संवाय मेरा गोत्र पराशर है
    मैरी कुलदेवी कौन है?
    कृपया बताओ

    Reply
  43. Is yadi me hamari gyati samil nahi he…” Bhatt kanojiya brahmin” saurastra me or Kutch me hmare Kai Ghar he…9 gav ka itihas he hamara

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    • सुभाषचन्द्र व्यास पिता स्व.रमणिकलाल एवं दादा जी स्व.कन्हैयालालजी व्यास, निवासी तह कुशलगढ़, जिला बांसवाड़ा राजस्थान। ब्राह्मणों को सिहोर क्षैत्र के 81गांवों में बसाया गया था।
      उसमें ग्राम भालज/सरनेम व्यास/गोत्र भारद्वाज/कुलदेवी -महालक्ष्मी जहां देवी विराजमान हैं का लोकेशन मेप भेजने की कृपा करें।

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  44. मेरा नाम महेश कुमार व्यास मैं गुर्जरबर्डिया तहसील एवं जिला मंदसौर मध्यप्रदेश का रहने वाला हूं मेरा गोत्र गोतम हैं मेरी कुलदेवी कहाँ हैं कृपया बताएं

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  45. मेरा नाम : -गिरीश देवशंकर साता सारस्वत ब्राह्मण हजु
    गौत्र : – गोवतं
    कुलदेवी : -तुलजा भवानी बताते है
    मगर हम सिन्ध नदी के किनारे से कच्छ हो कर गुजरात जामनगर आये तो कृपया हमारी कुलदेवी को हे कुलदेवता कोन है

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  46. गोत्र : कपिल
    मैरा नाम हेमन्त रावल है Sirohi, Rajasthan से हु मैरी कुलदेवी का मालूम नहीं है please help me 9974841101, 9649988163

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  47. મારું નામ વિક્રમ જોષી છે
    ગામ ભટાસણા
    તા. સુઈગામ
    જીલ્લો. બનાસકાંઠા
    મારી અટક જોષી છે પણ ગામ ના લીધે ભાટા છે અને કુળદેવી કોઈ ચામુંડા કહે છે ને કોઈ મોમાઈ કહે છે તો સાચું સુ છે જણવસો પ્લીઝ.

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  48. My name is Gaurav vyas
    From Gondal, dist rajkot (Gujarat)
    Gotra : Bhardwaj
    Amara kuldevi randal maa chhe pan koi kahe chhe k aashapuri mataji kuldevi chhe
    Ane surapura dada pan khabar nathi
    Contact : 8511101023

    Reply
  49. dharmesh sureshbhai,nathubhai,dayashankar,atmaram,joshi
    me palsana, surat, palvada audichya brahmin hu.
    gotra -sankhyayan
    kuldevi- ? pata nahi

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  50. जय मां अंबिका मेरा नाम पियूष आमेटा है निवासी उदयपुर राजस्थान ओर में गौतम गोत्र से हूं तीन चार पीढ़ियां गुजर चुकी है पर अभी तक कुलदेवी का पता नहीं है किसी को कृपया कर के कुछ जानकारी हो तो बताए । इतना पता है कि हम औदिच्य ब्राह्मण थे ओर आमेट राजसमंद में आकर आमेटा कहलाए है । आपसे विनती है की कुछ जानकारी हो तो कृपया कर के बताए । धन्यवाद

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  51. मेरा नाम अखिलेश्वर व्यास है , मैं दौसा राजस्थान का रहने वाला हूँ , हमारा गौत्र पराशर व्यास है , हमारी कुलदेवी कौन है और उनका स्थान क्या है , कृपया बताएं |

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  52. mera goyra bharfwaj hai..kuldevi tuljabhavani…we “rudravada vyas” lekin rudravada word ka kahi bhi ullekh ho to bataye…8088511111

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    • Mera Naam Aakash Sharma hai, Main U.P k Meerut Jila-: Kila Parikshitgarh Gram Narangpur se hu, Mera Gotra Haritasa h, Jise khch log Harita bhi bolte h, kya ap mujhe Haritasa Gotra ki kuldevi k baare mein bta skte h…. Apka bahu ehsaan rhega…

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      • सुभाषचन्द्र व्यास पिता स्व.रमणिकलाल एवं दादा जी स्व.कन्हैयालालजी, निवासी तह.कुशलगढ़, जिला बांसवाड़ा (राजस्थान)
        ब्राह्मणों को सिहोर क्षैत्र के 81गांवों में बसाया गया था।सरल क्र.66ग्राम भालज/सरनेम -व्यास/गोत्र -भारद्वाज /कुलदेवी -महालक्ष्मी है। कृपया कुलदेवी -महालक्ष्मी कहा विराजमान हैं, लोकेशन मेप (अक्षांश) भेजने का कष्ट करें।

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  53. सुभाषचन्द्र व्यास पिता स्व.रमणिकलाल एवं दादा जी स्व.कन्हैयालालजी, निवासी तह.कुशलगढ़, जिला बांसवाड़ा (राजस्थान)
    ब्राह्मणों को सिहोर क्षैत्र के 81गांवों में बसाया गया था।सरल क्र.66ग्राम भालज/सरनेम -व्यास/गोत्र -भारद्वाज /कुलदेवी -महालक्ष्मी है। कृपया कुलदेवी -महालक्ष्मी कहा विराजमान हैं, लोकेशन मेप (अक्षांश) भेजने का कष्ट करें।

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  54. मैं चंदन सिंह व्यास जिला उज्जैन मध्य प्रदेश तहसील खाचरोद नागदा जंक्शन के पास ग्राम वन बन्ना का निवासी हूं मेरे पूर्वज कहते आए हैं कि हम सिद्धपुर गुजरात की जो से निकले हुए unJa व्यास है भारद्वाज गोत्र है कृपया हमें बता भी मार्गदर्शन दे हमारी कुलदेवी कहां विराजमान है और क्या नाम है उनका

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  55. Auditchya sahastra Brahmin (Bharadwaj gautra) from Village Vaav, Surat, Gujarat
    Kuldevi ka naam Dene ke krupa kare.

    Reply
  56. Kedar joshi.Bhargav Gotra,from Rajpur(Barwani) M.P.pl tell us about our Kuldevi & location of her Temple.
    Vaise ham log Aam ki pati par Bholaj mata ki pooja karte rahe hain.lekin ye konsi mata hai evam Inka mandir Kahan hai,kuch pata nahi hai,pl margdarshan karen, thanks
    Mbl- 9425312691.

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