सीरवी समाज की कुलदेवियाँ | Seervi Samaj ki Kuldevi
Seervi Samaj ka Itihas : सीर का अर्थ खेती होता है इसलिए अच्छी कृषि करने वाले राजपूत ‘सीरवी’ कहलाने लगे। सीरवी जाति का मुख्य व्यवसाय काश्तकारी है। इनमें दो वर्ग हैं – १. जणवा और २. खारड़िया। इनमें जणवा अपनी उत्पत्ति गौतम ऋषि के शिष्य विजयराज से बताते हैं। विजयराज ने पाली के पुरोहित सोमनाथ … Read more सीरवी समाज की कुलदेवियाँ | Seervi Samaj ki Kuldevi